Combust Venus: आज के इस पूंजीवादी युग में रिश्ते, प्यार, सैक्स, पैसा, लक्ज़री सब कुछ शुक्र ग्रह से मिलता है. जिस जातक की कुंडली में शुक्र उच्च राशि(मीन) में हो अथवा अपनी स्वराशि (वृष और तुला) वह जातक जीवन में सभी प्रकार के सुख भोगता है. उसके जीवन में कभी भी धन, प्रेम, लक्ज़री के साथ अच्छे भोजन और कपड़ों की कभी कमी नहीं होती. इन जातकों के रिश्ते बहुत मजबूत होते हैं और इन्हें प्रेम संबंधों में भी हमेशा कामयाबी मिलती है. यदि किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह अपनी नीच राशि(कन्या) में हो अथवा पाप पीड़ित हो या कुंडली में शुक्र अस्त हो तब ऐसे जातक हमेशा ही धन, वैभव, सुख और प्रेम संबंधों के साथ रिश्तों के मामले में अनलकी होते हैं.
ख़राब शुक्र से हो सकते हैं यह रोग
किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह के दूषित या पाप पीड़ित,नीच राशि अथवा अस्त होने पर व्यक्ति को गुप्तांगों से जुड़े कई रोगों का सामना करना पड़ता है. यह ग्रह इतना ही नहीं कई अन्य तरह के रोगों को भी जन्म देता है, टीबी, आंखों के रोग, हिस्टीरिया, मूत्र संबंधी रोग, धातु क्षय, हर्निया, गुर्दे जैसे रोग भी हो सकते हैं.महिलाओं में हार्मोनल डिसऑर्डर की समस्या भी दे सकता है.
क्या होता है जब शुक्र अस्त हो?
शुक्र के अस्त होने पर इसका शुभ प्रभाव कम होने लगता है.कुंडली में शुक्र के अस्त होने पर जातक के विवाह में बाधा आती है. वैवाहिक जीवन से सुख चला जाता है, प्रेम संबंध में सफलता नहीं मिलती. धन हानि की संभावनाएं बढ़ जाती है.जातक को अच्छे कपड़े, मेकअप, परफ्यूम, अच्छी हेयर स्टाइल का बिल्कुल शौक नहीं रहता.शुक्र के अस्त होने से आपको आर्थिक स्तिथि को मज़बूत रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है,
अस्त शुक्र के लिए करें उपाय
कुंडली में अस्त शुक्र की स्थिति में शुक्रवार को सफेद चीजें जैसे दही, चीनी, सफेद रंग के वस्त्र, दूध, नारियल, साबूदाना, मखाना,चावल आदि का दान करें. शुक्रवार को 12 वर्ष से कम उम्र की कन्याओं को खीर खिलाएं शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए चमकीले रंग के कपड़े पहने. नियमित रूप से ओम द्रां द्रीं सः शुक्राय नमः का जाप करें.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : September 29, 2024, 14:46 IST News18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें