केशव कुमार/ महासमुन्द:- नीम के पेड़ से शायद ही कोई अपरिचित हो. नीम को उसके कड़वेपन के कारण जाना जाता है. सभी लोगों को पता होगा कि कड़वा होने के बाद भी नीम स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभदायक होता है. लेकिन नीम के फायदे क्या-क्या हैं या नीम का उपयोग किन-किन रोगों में कर सकते हैं, इस बात की पूरी जानकारी आपको नहीं होगी. नीम के गुणों के कारण इसे धरती का कल्प वृक्ष भी कहा जाता है.
औषधीय गुणों से भरपूर
इस बारे में जब लोकल18 ने आरएममे स्पेशलिस्ट डॉ. दुधेश्वर प्रसाद पटेल से बात की, तो उन्होंने बताया कि आमतौर पर लोग नीम का प्रयोग घाव, चर्म रोग में फायदा लेने के लिए करते हैं. लेकिन सच यह है कि नीम के फायदे अन्य कई रोगों में भी मिलते हैं. नीम में इतने गुण हैं कि ये कई तरह के रोगों के इलाज में काम कारगर साबित होता है. यहां तक कि इसको भारत में ‘गांव का दवाखाना’ कहा जाता है. यह अपने औषधीय गुणों की वजह से आयुर्वेदिक मेडिसिन में पिछले चार हजार सालों से भी ज्यादा समय से इस्तेमाल हो रहा है. नीम को संस्कृत में ‘अरिष्ट’ भी कहा जाता है, जिसका मतलब श्रेष्ठ, पूर्ण और कभी खराब न होने वाली दवा है.
इन रोगों से लड़ने में मददगार
डॉ. दुधेश्वर प्रसाद ने Local18 को आगे बताया कि नीम के अर्क में मधुमेह यानी डायबिटिज, बैक्टिरिया और वायरस से लड़ने के गुण पाए जाते हैं. नीम के तने, जड़, छाल और कच्चे फलों में शक्ति-वर्धक और मियादी रोगों से लड़ने का गुण भी पाया जाता है. इसकी छाल खासतौर पर मलेरिया और त्वचा संबंधी रोगों में बहुत उपयोगी होती है. नीम के पत्ते भारत से बाहर 34 देशों को निर्यात किए जाते हैं. इसके पत्तों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण मुंहासे, छाले, खाज-खुजली, एक्जिमा वगैरह को दूर करने में मदद करते हैं. इसका अर्क मधुमेह, कैंसर, हृदयरोग, हर्पीस, एलर्जी, अल्सर, हिपेटाइटिस (पीलिया) के इलाज में भी मदद करता है.
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FIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 11:24 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.