जयपुर ग्रामीण. भारत एक धार्मिक मान्यताओं वाला देश है. हिंदू धर्म के अनुसार पेड़ों में भी ईश्वर निवास करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे पवित्र पेड़ के बारे में बताएंगे जिसे भारत में सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है. इस वृक्ष को धन और ऐश्वर्य वाला वृक्ष भी कहा जाता है.
माना गया कि भगवान श्री कृष्ण ने अपनी अन्तिम सांस इसी वृक्ष के नीचे ली थी. वहीं गौतम बुद्ध को भी इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. हमारे देश में ज्यादातर संस्कार इसी वृक्ष के नीचे ही कराए जाते हैं. इस पेड़ का नाम है पीपल जिसे आपने कभी ना कभी तो देखा होगा. पीपल के वृक्ष को ‘जीवन वृक्ष’ भी कहा जाता है.
पीपल का पौराणिक महत्व
पंडित घनश्याम शर्मा के अनुसार सनातन धर्म के सिद्धांतों और नियमों के अनुसार पीपल का वृक्ष सबसे पूज्य और श्रेष्ठ माना माना जाता हैं. इसे दिव्य पेड़ के रूप में मान्यता प्राप्त है. स्कंद पुराण के अनुसार पीपल की जड़ों मूल में भगवान विष्णु, तने में केशव, शाखाओ में नारायण और पत्तों में हरी का वास होता है. इसी कारण पीपल के वृक्ष की पूजा करने से सभी देव प्रसन्न हो जाते हैं. पीपल में पितरों का निवास भी माना जाता है.
इसलिए ज्यादातर संस्कार इसी वृक्ष के नीचे ही कराए जाते हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार अनेक अवसरों पर पीपल के पेड़ की पूजा होती रही है. पीपल के वृक्ष की सकारात्मक ऊर्जा को देखते हुए तपस्वी मुनि महात्माओं ने पीपल के नीचे बैठकर ही तपस्या की है और ज्ञान को प्राप्त किया है.
पीपल के औषधीय गुण
पीपल में अनेकों औषधीय गुण पाए जाते हैं. आयुर्वेद डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि कई आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने के लिए पीपल के पेड़ की छाल का उपयोग किया जाता है.
(1). आंख का दर्द ठीक करता है: आंखों की बीमारी में पीपल के पत्तों से जो दूध (आक्षीर) निकलता है. उसे आंखों में लगाने से आंखों का दर्द ठीक हो जाता है.
(2). भूख बढ़ाने के लिए: भूख बढ़ाने के लिए इस पेड़ के पत्तों का सेवन लाभदायक होता है. इसके सेवन से कफ, पित्त, जलन, उल्टी तथा भूख की कमी जैसी की बीमारियां ठीक हो जाती है.
(3). पीलिया रोग में पीपल का इस्तेमाल: पीपल के तीन-चार नए पत्तों को मिश्री के साथ पानी में बारीक फीस कर छान ले फिर रोगी को दिन में दो बार पिलाएं. इससे पीलिया ठीक हो जाएगा.
(4). मधुमेह में फायदेमंद: पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा पिलाने से डायबिटीज ठीक हो जाती है.
(5). एड़ियां फटने में पीपल का लाभ: फटे एरिया पर पीपल के पत्ते का रस या दूध (आक्षीर) लगाने से एड़ियां ठीक हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 06:01 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें