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कटे-फटे और जलने के घावों के लिए आयुर्वेदिक औषधि, जानें इसके फायदे और उपयोग

छतरपुर, मध्य प्रदेश: ग्रामीण इलाकों में पाए जाने वाला औषधीय पौधा घमरा अपनी प्राकृतिक चिकित्सीय गुणों के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. इस पौधे का उपयोग विशेष रूप से कटे-पिटे और जलने के घावों को ठीक करने में किया जाता है. छतरपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के लोग सदियों से इस औषधि का उपयोग कर रहे हैं. घमरा की पत्तियों का रस घावों पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है, जो इसे एक प्रभावी घरेलू उपचार बनाता है. इसके अलावा, यह औषधि जानवरों के घावों के उपचार में भी उपयोगी मानी जाती है.

घमरा: औषधीय गुणों से भरपूर
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. आर.सी. द्विवेदी ने लोकल 18 को बताया कि घमरा पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं. यह पौधा फैटी एसिड, टैनिन और फाइटोस्टेरॉल जैसे खनिज तत्वों से भरा होता है, जो घावों को ठीक करने और संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं. इसके अलावा, घमरा में स्टेरॉयड, अल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड्स और कैरोटीनॉइड भी पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन और इन्फेक्शन को कम करने में प्रभावी होते हैं.

डॉ. द्विवेदी के अनुसार, घमरा के एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण इसे सूजन, चोट, और जलन जैसे घावों के इलाज में बेहद कारगर बनाते हैं. यह पौधा शरीर के अंदरूनी गंदगी को बाहर निकालने में भी मदद करता है, खासकर लीवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस में. इसके उपयोग से शरीर के एंजाइम उत्तेजित होते हैं, जो चोट लगने पर शरीर को जल्दी से ठीक करने में मदद करते हैं.

घमरा के फायदे और उपयोग
घमरा का उपयोग कटे-फटे घावों, जलने के निशानों, सूजन, और इन्फेक्शन जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है. इसके ताजे पत्तों को पीसकर घावों और प्रभावित स्किन पर लगाया जाता है, जिससे तुरंत राहत मिलती है और घाव जल्दी भरने लगते हैं.

इसके अलावा, घमरा डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों के इलाज में भी फायदेमंद माना जाता है. इसमें मौजूद तत्व रक्त में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे शरीर को अंदर से साफ किया जा सकता है.

सावधानियां और दुष्प्रभाव
हालांकि घमरा एक प्रभावी औषधि है, लेकिन इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और विशेषज्ञ की सलाह से करना चाहिए. डॉ. द्विवेदी ने चेतावनी दी कि घमरा का गलत उपयोग एलर्जी, खुजली, उल्टी और मतली जैसे दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है. इसलिए, इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लेना अनिवार्य है.

घमरा का उपयोग कैसे करें
ताजे पत्तों का उपयोग: घमरा के ताजे पत्तों को धोकर उन्हें पीस लें और सीधे कटे, फटे या जले हुए घावों पर लगाएं. इससे घाव जल्दी ठीक होगा और सूजन भी कम होगी.
चोट और जलन के लिए: घमरा की पत्तियों को पीसकर उसे संक्रमित हिस्से पर लगाएं. इससे दर्द और जलन में राहत मिलेगी.
जानवरों के घावों के लिए: घमरा का रस जानवरों के घावों पर भी लगाया जा सकता है, जिससे उनके घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं.
अन्य स्वास्थ्य लाभ
घमरा में मौजूद प्राकृतिक तत्व न केवल घावों को ठीक करते हैं, बल्कि यह शरीर के अंदरूनी तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं. यह लीवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने की प्रक्रिया को तेज करता है. इसके अलावा, यह डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में भी उपयोगी है.

Tags: Ayurveda Doctors, Health, Local18

FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 14:47 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

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