सहारनपुर. पंचकर्म आयुर्वेद की उत्कृष्ट चिकित्सा पद्धति है. इस विधि से शरीर में होंनें वाले रोगों और रोग के कारणों को दूर करने के लिए और तीनों दोषों (अर्थात त्रिदोष) वात, पित्त, कफ के असम रूप को समरूप में पुनः स्थापित करने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रक्रियायें प्रयोग में लाई जाती है. इन कई प्रक्रियायों में पांच कर्म मुख्य हैं, इसलिए इसको पंचकर्म कहते हैं. वहीं शिरोधारा, पंचकर्म का एक आयुर्वेदिक उपचार है. इसमें माथे पर तेल या किसी अन्य द्रव की धारा डाली जाती है.
यह उपचार तंत्रिका तंत्र पर गहरा असर डालता है और शांत करने में मदद करता है.शिरोधारा में पीठ के बल लेटकर माथे पर धीरे-धीरे तेल डाला जाता है. शिरोधारा का सत्र आम तौर पर 30 से 60 मिनट का होता है. यह उपचार सिरदर्द, माइग्रेन, तंत्रिका विकार, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं में फ़ायदेमंद होता है. पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से सहारनपुर में पहली बार शिरोधारा थेरेपी की जा रही है और लोग इलाज कराने के लिए भी पहुंच रहे हैं.
ऐसे की जाती है शिरोधारा थेरेपी
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. हर्ष ने लोकल 18 को बताया कि आयुर्वेद में वर्णित प्राचीन पंचकर्म चिकित्सा पद्धति यहां आयास आयुर्वेदिक चिकित्सालय में की जाती है. प्राचीन पंचकर्म चिकित्सा पद्धति में सबसे प्रसिद्ध शिरोधारा है. शिरोधारा एक ऐसी थेरेपी है, जिसमें मरीज को कमर के बल लेटा दिया जाता है और कॉटन पीस पर गुलाब जल डालकर मरीज की आंखों पर रख दिया जाता है. साथ ही सिर के ऊपर तेल की एक पतली धारा निरंतर बहायी जाती है. जड़ी-बूटियों से बना हुआ यह तेल जैसे सेंटेला एशियाटिका (ब्राह्मी), नारदोस्ताचिस जटामांसी (जटामांसी), विथानिया सोम्नीफेरा (अश्वगंधा), शंखपुष्पी का इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ-साथ सॉफ्ट मेडिटेशन वाला म्यूजिक बजाया जाता है. इससे मरीज को दिमाग में काफी राहत मिलती है.
कई बीमारियों में कारगर है शिरोधारा थेरेपी
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. हर्ष ने लोकल 18 को बताया कि शिरोधारा थेरेपी उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद है, जिन लोगों को नींद नहीं आती है. इसके अलावा सिर दर्द, टेंशन, पागलपन या मिर्गी के दौरे में कारगर है. उन्होंने बताया कि कम उम्र में बाल सफेद होना और झड़ने लगना सहित पैरालिसिस के मरीज के लिए भी शिरोधारा थेरेपी असरदार है. उन्होंने बताया कि अलग-अलग मरीजों के लिए अलग-अलग जड़ी-बूटियों का तेल इस्तेमाल किया जाता है. खास बात यह है कि इस थेरेपी के लिए लोग 3 से 5 हजार रुपये खर्च करते हैं, लेकिन सहारनपुर में शिरोधारा थेरेपी मात्र 800 रूपए में ही करा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 13:15 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें