Can a dream predict a illness: क्या आपने ‘फुकरे’ फिल्म देखी है. इस फिल्म में एक व्यक्ति को रात में सपना आता है. सपने में वह किसी जगह पर खजाना छुपे होने का क्लू देखता है. नींद से जागने के बाद उसका दोस्त उस क्लू को डिकोड करता है और खजाना मिल जाता है. अक्सर कहा जाता है कि सपने सच नहीं होते लेकिन क्या बीमारी वाला सपना देखना सच हो सकता है? हाल ही में एक अमेरिकी एक्टर की बात से इस विचार को बल दे दिया है. अमेरिकी एक्टर मार्क रूफेलो को ब्रेन ट्यूमर हो गया है. हाल ही में उन्होंने बताया कि 20 साल पहले जब उनकी पत्नी उनके बच्चे को जन्म दे रही थी तभी खुद को ब्रेन ट्यूमर होने का सपना देखा था और 20 साल बाद यह सच हो गया. ऐसा यकीन करना थोड़ा मुश्किल जरूर होता है लेकिन इसके लिए वैज्ञानिक अवचेतन मन को टटोलते हैं.
कुछ वार्निंग साइन मिल सकते हैं
टीओआई की एक खबर के मुताबिक सपने को लेकर हमेशा इंसान जिज्ञासु रहा है. प्राचीन रोम में सपनों के आधार पर व्यक्ति की बीमारी का पता लगाया जाता था और कुछ हालिया रिसर्च में भी इसकी पुष्टि की गई है. हम जब नींद में रहते हैं तब भी हमारा दिमाग अपना काम मशीन की तरह करता रहता है और सूचनाओं को व्यवस्थित करता रहता है. हालांकि ज्यातर सपने वे होते हैं जो हमारी भावनाएं, चिंताएं और तनाव को दर्शाते हैं. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि सपने में हेल्थ के वार्निंग साइन को खोजा जा सकता है. उदाहरण के लिए कभी-कभी किसी शरीर बहुत परेशान रहता है और बीमारी का पता नहीं लगता है तब दिमाग इस समस्या का समाधान निकालते रहता है और इस संबंध में यह बात सपने में आ सकता है.
लेकिन डिकोड करना जरूरी
1981 में सपनों पर किए गए एक अध्ययन में यह पता लगाने की कोशिश की गई थी कि सपने को बीमारी का पता लगाने और उस हिसाब से इसका इलाज करने में किस तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. शोधकर्ताओं ने इसके लिए 60 तरह के सपने के मतलब को रोगियों में खंगालने की कोशिश की. इसमें पाया गया कि बीमारी से संबंधित ज्यादातर सपने मरीज की हेल्थ के बारे में किसी न किसी तरह का क्लू दे रहे थे. उदाहरण के लिए कैंसर वाले मरीजों में कुछ विशेष चीज खाने की इच्छा से संबंधित सपने आए तो हार्ट के मरीजों को सपने में ऐसा अनुभव हो रहा था कि वह बहुत घुटन में है. यहां तक कि मरीज का परिवार भी उसके बारे में कुछ इसी तरह का सपना देख सकता है और इलाज कर रहे डॉक्टर भी उस तरह का सपना देखता है. हालांकि इसे डिकोड करना जरूरी है. तब पता चलेगा कि किस तरह के सपने में किस तरह की बीमारी के संकेत छिपे हैं.
तो क्या सपने पर यकीन करना चाहिए
यह बात गांठ बांध लें कि लोग सपनों के बारे में तरह-तरह के कयास लगाते हैं लेकिन जरूरी नहीं कि सपने के अंदर कोई बात छिपी ही हो. मार्क रूफेलो के सपने की बात बेशक सच हो गई लेकिन जरूरी नहीं कि सबके साथ ऐसा हो, इसलिए अगर इस तरह की बात सपने में आती है तो डरकर डॉक्टर के पास न चले जाए. सपने में देखी गई अधिकांश बातें आपकी भावनाओं, तनावों और आपके विचार को ही प्रतिबिंबित करते हैं.
इसे भी पढ़ें-किचन में मौजूद ये सस्ती चीजें भी पेट की थुलथुली चर्बी पर लगा सकती है लगाम, मामूली जरूर लेकिन तूफानी असर, ऐसे करें यूज
इसे भी पढ़ें-इस सूखी लकड़ी में 250 से ज्यादा औषधीय रसायन, 7 फायदे तो चकित कर देंगे आपको, मानव शरीर के लिए वरदान से कम नहीं
Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : October 4, 2024, 11:31 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें