29 C
Mumbai
July 2, 2024
Nyaaya News
Image default
Fitness

शुगर लेवल का पारा चढ़ने से पहले कर लें ये काम, कंट्रोल में रहेगा डायबिटीज

How to Reduce Blood Sugar:डायबिटीज आज के जमाने में अधिकांश लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया है. डब्ल्यूएचओ की मानें तो लगभग 50 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं. इनमें 10 करोड़ लोग तो केवल भारत में मौजूद हैं. चिंता की बात यह है कि भारत में अधिकांश लोगों का ब्लड शुगर लेवल बहुत हाई रहता है लेकिन उन्हें पता तक नहीं. डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जो शरीर में कई बीमारियों को बसाने के लिए बुलाती है. डायबिटीज के कारण किडनी, हार्ट, आंखों में परेशानी जैसी समस्याएं होती है. यह भी सच है कि जब एक बार डायबिटीज हो जाए तो इसे शरीर से गायब करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए डायबिटीज के साथ जीना मजबूरी हो जाती है. ऐसे में डॉक्टर डायबिटीज को मैनेज करने की सलाह देते हैं. अब एक नई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर डायबिटीज के मरीज को डायबिटीज डिस्ट्रेस होने लगता. यानी उन्हें चिंता ज्यादा होने लगती है. इसलिए यदि वे अपनी भावना को सही तरीके से कंट्रोल कर ले तो बीमारी नियंत्रण में रहेगी.

क्यों इमोशन को काबू करना है जरूरी
मैक्स हेल्थकेयर गुड़गांव के डायबेटोलॉजिस्ट और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. पारस अग्रवाल कहते हैं यह बात सच है कि जब इंसान को एक बार डायबिटीज हो जाए तो इसे मैनेज करना बेहद जरूरी है. लेकिन सच्चाई यह है कि जैसे ही लोगों को पता चलता है कि वह डायबिटीज के शिकार हो गए हैं तो उन्हें इस बात की चिंता होने लगती है. वह भावनात्मक रूप से हमेशा यही सोचता रहता है. इससे तनाव बढ़ जाता है. तनाव के कारण शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ने लगता है और यह कॉर्टिसोल शुगर बढ़ाने में विलेन का काम करता है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि रिसर्च में जो बात कही गई है वह कोई नई बात नहीं है. अगर डायबिटीज को सही तरीके से मैनेज न किया जाए तो शुगर अप-डाउन होता रहता है. इसके लिए खान-पान का गलत समय, दवाई भूलने की आदत, एक्सरसाइज में कोताही जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. इन सबके लिए मरीज को अपने इमोशन को काबू करना जरूरी है.

तो फिर कैसे इमोशन को काबू करे
डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि जब आप डायबिटीज को लेकर चिंतित रहेंगे तो इसे डायबिटीज डिस्ट्रेस कहा जाता है. यह मैनेजमेंट में गड़बड़ी के कारण ही होता है. इसलिए यदि डायबिटीज हो गया तो सबसे पहले चिंता न करें. यह सोच लें कि अगर आपने इसे मैनेज करना सीख लिया तो यह कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा. इस बीमारी से सबसे जरूरी है कि आप तनाव को काबू में करें. तनाव को काबू में करने के लिए वॉक करना सबसे अच्छा तरीका है. रोजाना वॉक या एक्सरसाइज से तनाव भाग सकता है. इसके साथ ही योग और ध्यान तनाव और चिंता को भागाने का सबसे सुपर तरीका है. इसके साथ ही हर दिन आपको पर्याप्त नींद की जरूरत होगी. यदि आप योग, ध्यान और एक्सरसाइज में व्यस्त रहेंगे तो निश्चित रूप से आपका शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहेगा. एक्सरसाइज के बाद डाइट बहुत महत्वपूर्ण चीज है. डाइट में सीजनल हरी पत्तीदार सब्जी, ताजे फल, साबुत अनाज आदि का सेवन करें. मीठी चीजें न खाएं. शराब, सिगरेट, प्रोसेस्ट फूड, फास्ट फूड, जंक फूड का सेवन न करें.

इसे भी पढ़ें-चाय पीने से 15 मिनट पहले इस चीज को पीना जरूरी, वरना हमेशा रहेंगे परेशान, एक्सपर्ट ने बताए इसके कारण

इसे भी पढ़ें-दुनिया का सबसे पुराना अनाज, जो आज भी है शरीर की ताकत का सरताज, हार्ट को बना देता है फौलाद

Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 11:45 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

Related posts

डायबिटीज रोगियों के लिए बहु उपयोगी है ये महुआ का आयुर्वेदिक पेड़,इसके फल है कई बीमारियों की रामबाण दवा

nyaayaadmin

कब और कितने दिनों पर वजन चेक करना चाहिए, इनसे भी जुड़ा है Weight Loss के तार

nyaayaadmin

डाइट में करें सूखे नारियल को शामिल, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर का रिस्क करे कम

nyaayaadmin