30 C
Mumbai
October 16, 2024
Nyaaya News
Filter by Categories
Astro
Business
Crime
Earn Money
Editor's Picks
Education and Career
Entrainment
Epaper
Fashion
Fitness
Football
India
International
Life Style
Politics
Sport
Stars
Tech
Travel
Uncategorized
Viral
Image default
Fitness

शरद पूर्णिया की मान्यता, क्या सच में चांद की रोशनी में रखा खीर बनता है अमृत

कोरबा:- शरद पूर्णिमा, सालभर में आने वाली पूर्णिमाओं में से एक विशेष अवसर है, जो न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभकारी गुणों से भरा होता है. इस दिन विशेष रूप से खीर बनाई जाती है, जिसे रातभर चांद की रोशनी में रखा जाता है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और इसके पीछे कई वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण हैं.

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा के अनुसार, शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त होता है. इस दिन चंद्रमा से अमृत वर्षा होने की मान्यता है. जब खीर को रातभर चांद की किरणों के संपर्क में रखा जाता है, तो यह औषधीय गुणों से भर जाती है. चांद की रोशनी में रखी खीर में ऐसे तत्व विकसित होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं.

चांद की किरणों से मिलते हैं ये पोषक तत्व
डॉ. शर्मा ने Local 18 को बताया कि खीर में दूध और चावल के साथ-साथ अन्य सामग्री जैसे चीनी, मेवे और मसाले भी होते हैं, जो इसे और भी पौष्टिक बनाते हैं. चांद की किरणों के संपर्क में आने से खीर में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जो शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं. यह खीर न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसके सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है.

इसके अलावा, शरद पूर्णिमा पर खीर का सेवन करने से नींद में सुधार, तनाव में कमी और त्वचा की चमक बढ़ाने में भी मदद मिलती है. आयुर्वेद के अनुसार, चंद्रमा की रोशनी से प्राप्त ऊर्जा शरीर में सकारात्मक प्रभाव डालती है, जिससे व्यक्ति की सेहत में सुधार होता है.

ये भी पढ़ें:- दमा दम से नहीं..नियम और दिव्य औषधि की खुराक से होगा दूर! शरद पूर्णिमा के दिन यहां होगा नि:शुल्क वितरण

इस चीज से ढकना चाहिए बर्तन
इस दिन खीर को बनाने और रखने की विधि भी महत्वपूर्ण है. खीर को रातभर घर के बाहर, छत या गैलेरी में रखना चाहिए, ताकि चांद की किरणें सीधे खीर के बर्तन में पड़े. इसे थाली की जगह झीने कपड़े से ढकना चाहिए, ताकि चंद्रमा की किरणों का प्रभाव दूध और चावल पर सही तरीके से पड़े. इस प्रकार, शरद पूर्णिमा पर खीर का सेवन न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है. सभी को इस अवसर का लाभ उठाने और खीर का सेवन करने की सलाह दी जाती है, ताकि वे इसके अद्भुत स्वास्थ्य लाभों का अनुभव कर सकें.

Tags: Chhattisgarh news, Korba news, Local18

FIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 12:49 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Related posts

भगवान शिव का प्रिय फल, कूट-कूटकर भरे हैं औषधीय गुण; अस्थमा-खुजली में लाभदायक

nyaayaadmin

डाइट में शामिल करें ये हरा पत्ता, पिंपल्स का काल तो किडनी-लिवर में लाभकारी!

nyaayaadmin

देश में मिला पहला मंकी पॉक्स केस, बिहार में अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग

nyaayaadmin