आज विश्व जिन समस्याओं से जूझ रहा है, मानसिक स्वास्थ्य उनमें से एक सबसे बड़ी समस्या बन गया है. हमने अपने बचपन में कभी अवसाद, आत्महत्या या किसी मानसिक रोग के विषय में अधिक नहीं सुना था. पिछली पीढ़ियों के युवाओं में भविष्य के प्रति उत्सुकता थी. उन्होंने विश्व का भ्रमण किया और धीरे-धीरे नई खोजें कीं. लेकिन आज के युवाओं को वे अनुभव बिना अधिक प्रयास के इंटरनेट के माध्यम से बहुत आसानी से उपलब्ध हैं.