29 C
Mumbai
July 2, 2024
Nyaaya News
Image default
Fitness

बारिश में प्रेग्नेंट महिलाओं को बीमारियों का खतरा ज्यादा, भूलकर भी न खाएं बाहर

Monsoon Tips For Pregnant Women: बरसात का मौसम प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासा मुश्किल माना जाता है. इस मौसम में उन्हें इंफेक्शन का डर सताता है, क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी सीधा असर पड़ता है. बरसात में अत्यधिक उमस गर्भवती महिलाओं को बेहद अनकंफर्टेबल कर सकती है, लेकिन इससे निजात पाने के लिए सही कपड़े पहनने चाहिए. आज डॉक्टर से जानने की कोशिश करते हैं कि बारिश के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं को किन परेशानियों का खतरा ज्यादा होता है और उनसे किस तरह बचा जा सकता है.

नई दिल्ली के फोर्टिस ला फेम हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. मधु गोयल ने News18 को बताया कि बरसात का मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए कई परेशानियां लेकर आता है. इस मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं को यूरिनरी और वजाइनल इंफेक्शन समेत कई तरह के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. सर्दी-जुकाम और पेट खराब होने का रिस्क भी इस मौसम में बढ़ जाता है. घर के आसपास पानी भरने की वजह से डेंगू, मलेरिया और मच्छरों से होने वाली अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. प्रेग्नेंट महिलाओं को घर के अंदर और बाहर चलने-फिरने में भी सावधानी बरतनी चाहिए.

डॉक्टर मधु ने बताया कि प्रेग्नेंट महिलाओं को बाहर का खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. बरसात में बाहर का खाना इंफेक्शंस की वजह बन सकता है. प्रेग्नेंसी में हमेशा घर का बना ताजा खाना खाएं और प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी पिएं. पर्याप्त पानी पीने से यूरिनरी और वजाइनल इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिल सकती है. अगर मौसम ठंडा हो जाए तो एयर कंडीशनर न चलाएं. इस दौरान चाय-सूप का सेवन करने से शरीर गर्म रहेगा और राहत मिलेगी. इस मौसम में मच्छरों से बचें. प्रॉपर कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. इस मौसम में वॉक हमेशा ड्राई एरिया या घर के अंदर ही करें.

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो गर्भवती महिलाओं को बाहर जाते वक्त सही जूते पहनने चाहिए, ताकि फिसलने का खतरा कम हो. वॉक पर किसी को साथ लेकर जाना चाहिए. डाइट की बात करें तो इस मौसम में फल-सब्जियां खानी चाहिए और फ्लूड की मात्रा बढ़ानी चाहिए. इस मौसम में सब्जियों का सूप लाभकारी हो सकता है. इसके अलावा आयरन, कैल्शियम की दवाएं समय से लें और रेगुलर चेकअप कराएं. अगर यूरिन में किसी तरह की जलन, दर्द या असहजता महसूस हो, तो तुरंत गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर कंसल्ट करें.

यह भी पढ़ें- देसी दवाओं का गोदाम है यह पेड़, हजारों की दवाएं फेल कर देंगे इसके पत्ते, सैकड़ों बीमारियां ठीक करने की क्षमता !

यह भी पढ़ें- नवजात बच्चों को कितने महीने बाद पिलाना चाहिए पानी? कब खिला सकते हैं खाना, डॉक्टर से जान लें

Tags: Health, Lifestyle, Pregnant Women, Trending news

FIRST PUBLISHED : June 29, 2024, 09:57 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

Related posts

Chennai | Gear up for WCCG Aalam Deepam Duathlon to run, ride and take home a medal

nyaayaadmin

गर्मी के निशाने पर देश के ये 3 बड़े शहर, 12 साल में हजारों को लील गई हीट वेव

nyaayaadmin

मसल्स को फौलादी शक्ति से भर देंगे ये पांच फूड, गठीले बदन में आ जाएगी नई जान

nyaayaadmin