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बड़ा ही करामाती है ये जंगली पेड़! पीलिया का है काल, दर्द, कब्ज में फायदेमंद

काजल मनोहर/जयपुर. काले और सफेद रंग के छोटे-छोटे बीजों वाला अरंडी एक ऐसा पौधा है जो राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से मिल जाता है. अरंडी एक बारहमासी झाड़ी नुमा पौधा होता है जिनकी पत्तियां चमकदार और हथेली के आकार की होती हैं. इनके पत्तों का रंग गहरा हरा व पीतल लाल होता है.

इनके पीले रंग के फूल होते हैं, खास बात ये है कि अरंडी के फूलों में पंखुड़ियां नहीं होती है. इनके फल कंटीले कांस्य से लाल गुच्छे में होते हैं. इसे उगाने के लिए किसी खास मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है. अरंडी हर मौसम को सहन कर सकता है. इस पौधे का आकार 10 से 12 मीटर तक होता है.

अरंडी के बीजों को महिलाएं बच्चे करते हैं इकट्ठा
बाद ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं व छोटे बच्चे उन्हें इकट्ठा करते हैं और व्यापारियों को बेचते हैं. इन बीजों का उपयोग अनेकों बड़ी-बड़ी कंपनियों आयुर्वेदिक दवाइयों बनाने और औषधीय तेल बनाने के काम में लेती हैं.

अरंडी के पौधे के औषधीय गुण
(1) दर्द निवारण के लिए उपयोग: अरंडी के पत्तों में भरपूर औषधि गुण मौजूद हैं. इसका इस्तेमाल दर्द निवारण, त्वचा रोगों, घाव भरने, सिरदर्द में राहत, पेट के रोग और दस्त और बालों की देखभाल में किया जाता है. दादी नानी के नुस्खे के तहत ग्रामीण के लोग आज भी गांव और दर्द के निवारण के लिए अरंडी के पत्तों का उपयोग करते हैं.

(2) प्रसव पीड़ा में उपयोग: आयुर्वेदिक डॉ. किशन लाल ने बताया कि अरंडी के तेल का इस्तेमाल महिलाओं में प्रसव पीड़ा शुरू करने के लिए और स्तन के दूध के प्रवाह को शुरू करने के लिए किया जाता है. इसकी अनेकों आयुर्वेदिक दवाइयां भी बनाई जाती है.

(3) मस्से रोग ठीक करने में सहायक: अरंडी के तेल को सुबह और शाम 1-2 बूंद हल्के हाथ से मस्से पर मलने से 1 से 2 महीनों में मस्से गिर जाते हैं.

(4) कब्ज और पीलिया में फायदेमंद: अरंडी के तेल की 10 बूंदों को रात को सोते समय पानी में मिलाकर सेवन करने से कब्ज की बीमारी में लाभ होता है. इसके अलावा पीलिया रोग में भी अरंडी के रस को रामबाण औषधि के रूप में माना जाता है.

पीलिया होने पर अरंडी के पत्तों को कुचलकर काढ़ा बनाकर पीना बहुत फायदेमंद होता है. पीलिया किसी भी रूप में हो चाहे गर्भावस्था में पीलिया हो, बच्चे या किसी को भी पीलिया हो, तो सुबह व शाम थोड़ा अरंडी के पत्तों का रस यानी काढ़ा बनाकर के पिलाने से तुरंत लाभ होता है. अरंडी के पत्ते तोड़कर उनको घोंटकर 1 चम्मच रस निकल कर के पी दीजिए. पीलिया का इलाज के लिए अरंडी रामबाण औषधि है.

Tags: Health benefit, Health News, Jaipur news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 10:50 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

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