Zika Virus Prevention Tips: देश में एक बार फिर जीका वायरस के मामले मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. महाराष्ट्र के पुणे में 2 गर्भवती महिलाओं समेत जीका संक्रमण के 6 केस सामने आ चुके हैं. पिछले कुछ दिनों में यह संक्रमण फैलने के बाद लोगों की टेंशन बढ़ गई है. डॉक्टर्स की मानें तो यह वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है और बरसात के मौसम में इसका खतरा ज्यादा होता है. जीका एक वायरल इंफेक्शन है और इससे प्रेग्नेंट महिलाओं को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है. ऐसे में सभी लोगों को इस वायरस से बचने की कोशिश करनी चाहिए और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से मिलना चाहिए.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि जीका वायरस संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है और बारिश में इसका खतरा बढ़ जाता है. डेंगू और चिकनगुनिया की तरह जीका एक वायरल इंफेक्शन होता है. इससे संक्रमित होने पर लोगों को बुखार, सिरदर्द, जॉइंट पेन, मसल्स पेन, आंखें लाल होना और स्किन पर रैशेस जैसे लक्षण नजर आते हैं. जीका वायरस मच्छर काटने के 2 से 7 दिन के अंदर संक्रमण पैदा कर देता है और कई मामलों में इसके भी लक्षण नजर नहीं आते हैं. इसलिए चेकअप जरूरी होता है.
डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि जीका वायरस का संक्रमण होने पर लोगों को लक्षणों के आधार पर ट्रीटमेंट दिया जाता है. अगर किसी मरीज को बुखार आता है, तब उसे फीवर की दवा दी जाती है. अगर किसी को दर्द होता है, तो पेनकिलर का इस्तेमाल किया जाता है. जीका वायरस की कोई सटीक दवा या वैक्सीन नहीं है. अधिकतर मामलों में सिम्प्टमेटिक ट्रीटमेंट के जरिए लोग 8-10 दिनों में रिकवर हो जाते हैं. हालांकि सही समय पर इलाज न कराने से कंडीशन सीरियस हो सकती है और इससे लोगों की जान भी जा सकती है. ऐसे में इसे लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें.
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक जीका वायरस का संक्रमण प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि यह संक्रमण गर्भ में पल रहे बच्चे को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. इस इंफेक्शन के कारण बच्चों में बर्थ डिफेक्ट हो सकता है और कई बार अबॉर्शन भी हो सकता है. जिन बच्चों में इस वायरस की वजह से बर्थ डिफेक्ट होता है, उस कंडीशन को जीका सिंड्रोम कहा जाता है. इस सिंड्रोम से प्रभावित होने वाले बच्चों का फिजिकल और मेंटल डेवलपमेंट सही तरीके से नहीं हो पाता है. इस कारण वे अन्य बच्चों की अपेक्षा कमजोर रह जाते हैं.
अब सवाल है कि जीका वायरस से कैसे बचा जाए? इस पर डॉक्टर का कहना है कि जीका वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका मच्छरों से बचाव करना है. मच्छर न सिर्फ आपको जीका वायरस से संक्रमित कर सकते हैं, बल्कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा भी बढ़ा सकते हैं. अगर किसी व्यक्ति को जीका वायरस का इंफेक्शन हो, तो उससे दूरी बनाएं. इसके अलावा अगर बुखार, सिरदर्द, मसल्स में दर्द या आंखों में परेशानी हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर अपना ब्लड टेस्ट कराएं. टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर आपका ट्रीटमेंट शुरू कर सकते हैं.
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Tags: Health, Lifestyle, Trending news, Zika Virus
FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 08:17 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें