Risks of Not Brushing Your Teeth: सुबह उठने के बाद पहला काम लोगों का दांतों में ब्रश करना होता है. दांतों में ब्रश करना बहुत जरूरी है.इसलिए बचपन से माता-पिता ब्रश कराना सीखाते हैं. चूंकि मुंह में अरबों बैक्टीरिया और सूक्ष्म जीवों का घर होता है, इसलिए ब्रश करने के बाद यह कम हो जाता है. अगर आप एक सप्ताह तक ब्रश नहीं करते हैं, तो इसके कई खतरनाक परिणाम सामने आ सकते हैं. अगर आप दांतों में ब्रश नहीं करेंगे तो इससे दांतों के बीच में प्लाक (चिपचिपा बैक्टीरिया) जमा हो जाता है. यह कैविटी और गम वाली बीमारियों का कारण बन सकता है. अगर आप एक सप्ताह या दो सप्ताह तक ब्रश न करेंगे तो गम में सूजन, रेडनेस और इंफेक्शन हो जाएगा. इसे गिंगिवाइटिस की बीमारी कहा जाता है. अगर आप एक या दो सप्ताह तक दांतों में ब्रश नहीं करेंगे तो इसके कई खतरनाक परिणाम आ सकते हैं. यहां तक कि अस्पताल तक जाने की नौबत आ सकती है.
दांतों में ब्रश नहीं करने के नुकसान
1. हार्ट डिजीज का खतरा-दांतों में ब्रश नहीं करने से मुंह में बदबू जो होगी और उससे दांतों में जो इंफेक्शन होगा वह तो बेहद मामूली रिजल्ट है. इससे बुरा यह होगा कि ऐसी बीमारियां होगी जिसकी आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा. सबसे पहले यह हार्ट डिजीज के जोखिम को बढ़ा देगा. टेक्सास सेंटर फॉर कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री के मुताबिक अगर आपका ओरल हेल्थ खराब है तो इसके कारण आपका हार्ट भी खराब हो सकता है. दांतों के बैक्टीरिया खून में घुसकर हार्ट तक पहुंच जाता है और यह हार्ट में इंफ्लामेशन को बढ़ा सकता है. इससे हार्ट डिजीज हो सकता है.
2. सांसों से संबंधित दिक्कतें-अगर दांतों की सेहत खराब होगी तो इससे सांसों से संबंधित परेशानियां बढ़ जाएगी. दांतों के बैक्टीरिया मसूड़ों में बीमारी को बढ़ाएंगे और जब आप सांस लेगें तो यह लंग्स में ट्रेवल कर जाएंगे. यही से सांसों से संबंधित बीमारियों का कारण बनेंगे.
3. डायबिटीज-अगर आपको पहले से डायबिटीज है तो दांतों से निकली गंदगी शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा देगी. क्योंकि दांतों के बैक्टीरिया शुगर को तेजी से पचा देते हैं जिसके कारण शुगर खून में तेजी से बढ़ने लगती है.
4. इरेक्टाइल डिसफंक्शन-दांतों की गंदगी आपके यौन सुख में बाधा पहुंचा सकती है. अगर दांतों की सही से सफाई नहीं होगी तो इरेक्टाइल डिसफंक्शन का खतरा बढ़ जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि दांतों के बैक्टीरिया ब्लड वैसल्स को डैमेज करने लगते हैं.
5. किडनी डिजीज-डेंटल हाइजीन किडनी की बीमारी के खतरे को भी बढ़ा सकता है. दांतों के बैक्टीरिया खून की नलियों में घुसकर किडनी को उसे छानने पर मजबूर कर देता है जिसके कारण किडनी पर अतिरिक्त लोड बढ़ता है. यह बैक्टीरिया किडनी में इंफ्लामेशन को भी बढ़ा देता है जिसके कारण किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 11:11 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें