प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति हमेशा से कारगर मानी गई है. यहां पर मौजूद प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और सामग्रियों का उपयोग विभिन्न त्वचा रोगों के उपचार के लिए किया जाता रहा है. हल्दी, केवड़ा जल और नीम का पेस्ट ऐसी ही एक अद्भुत औषधि है, जो दाग-धब्बे और झुर्रियों को दूर करने में कारगर मानी जाती है. चरक संहिता, जो कि आयुर्वेद का प्राचीन ग्रंथ है, में भी इन सामग्रियों के उपयोग का पूरा वर्णन मिलता है.