October 4, 2024
Nyaaya News
Filter by Categories
Astro
Business
Crime
Earn Money
Editor's Picks
Education and Career
Entrainment
Epaper
Fashion
Fitness
Football
India
International
Life Style
Politics
Sport
Stars
Tech
Travel
Uncategorized
Viral
Image default
Fitness

क्या मर्दों में भी 40 के बाद आता है महिलाओं जैसा बदलाव? एक्सपर्ट से जानें

Man hormonal change after 40: अक्सर 30-35 के बाद मर्दों की यह चिंता रहती है कि क्या 40 के बाद महिलाओं की तरह उनमें भी मेनोपॉज आएगा या जिस तरह महिलाओं हार्मोनल परिवर्तन से गुजरना पड़ता है, उसी तरह गुजरना पड़ेगा. सबसे बड़ी चिंता इस बात की होती है कि क्या 40 की उम्र के बाद फर्टिलिटी पर भी असर पड़ेगा. इंडियन एक्सप्रेस की खबर में फर्टिलिटी कंसल्टेंट डॉ. निशा पंसारे बताती हैं कि मर्दों में भी 40 की उम्र के बाद कई तरह के बदलाव आते हैं. खासकर उसके बाद स्पर्म की क्वालिटी में कमी आने लगती है और इसकी गतिशीलता भी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है. इससे स्पर्म में डीएनए में बिखराव होने लगता है. इन सबसे निश्चित रूप से फर्टिलिटी पर असर पड़ता है.

रिप्रोडक्टिव हेल्थ प्रभावित होता है
सी. के. बिड़ला अस्पताल, नई दिल्ली में एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. ऋद्धि बजाज बताती हैं कि पुरुष महिलाओं की तरह मेनोपॉज का अनुभव तो नहीं करते लेकिन प्रजनन से जुड़े कई तरह के हार्मोन और फर्टिलिटी पर निश्चित रूप से असर पड़ता है. स्पर्म की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों पर असर पड़ता है. इससे स्पर्म कम बनता है और इसमें स्पर्म की संख्या भी कम होती है. ऑवरऑल रिप्रोडक्टिव हेल्थ प्रभावित होता है. उन्होंने बताया कि 40 की उम्र की शुरुआत में ही मर्दों में टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का लेवल तेजी से गिरने लगता है. इस कारण एनर्जी लेवल, यौन इच्छा, मूड और मसल्स मास में भी कमी आने लगती है. वहीं स्पर्म के आकार और गतिशीलता में कमी आने से इंफर्टिलिटी बढ़ जाती है और इससे जीन में गड़बड़ी होने की आशंका बहुत ज्यादा हो जाती है.

40 से पहले करें बच्चे की प्लानिंग
अपोलो अस्पताल, हैदराबाद में कंसल्टेटं न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि 40 की उम्र के बाद सबसे बड़ा बदलाव शरीर में होता है, वह यह कि मसल्स मास और बोन डेंसिटी कमजोरी होने लगती है. हालांकि टेस्टोस्टेरॉन लेवल का गिरना उतना ज्यादा परेशान करने वाला नहीं है जितना ज्यादा महिलाओं में मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन के गिरने से होता है. लेकिन टेस्टोस्टेरॉन लेवल के कम होने से अगर स्पर्म से बच्चा होता है तो उसमें बर्थ डिफेक्ट होने के चांसेज बढ़ जाते हैं. इन सबके अलावा 40 साल की उम्र के बाद पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन (पुरुषों में उत्तेजना में कमी), मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम, डायबिटीज, हार्ट डिजीज होने का रिस्क बढ़ जाता है. इसलिए 40 साल से पहले अगर पुरुष अपने बच्चे की प्लानिंग कर लें तो यह ज्यादा फायदेमंद है.

इसे भी पढ़ें-रोज पीता था 2-3 एनर्जी ड्रिंक, कार्डिएक अरेस्ट से चली गई जान, कहीं आप तो नहीं करते ऐसा, डॉक्टर से समझ लीजिए नुकसान

इसे भी पढ़ें-7 मामूली संकेतों से समझ जाएं कि गुर्दे पर आने वाला संकट, अभी है सुधार का मौका, देर होने पर होगी दिक्कत

Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 17:17 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

Related posts

सेहत का खजाना है ये ताकतवर फल! डायबिटीज को भगाए दूर, लिवर के लिए भी रामबाण

nyaayaadmin

संजीवनी बूटी से कम नहीं यह लकड़ी, पेट से लेकर गले तक जबरदस्त हैं इसके फायदे

nyaayaadmin

पेशाब के किस रंग छिपे होते हैं किस बीमारी के संकेत, इस चार्ट में चल जाएगा पता

nyaayaadmin