गोड्डा. अक्सर मां-बाप ऐसे सवाल डॉक्टरों से पूछते नजर आते हैं… क्या भैंस का दूध पीने से बच्चों का दिमाग सुस्त हो जाता है? क्या छोटे बच्चों या स्कूल जाने वाले बच्चों को भैंस का दूध नहीं पीना चाहिए? दरअसल, भैंस के दूध को लेकर कई भ्रांतिया समाज में फैली हुई हैं. क्योंकि, भैंस का दूध गाय के दुध के मुकाबले ज्यादा गाढ़ा होता है. इसे अक्सर छोटे बच्चे पचा नहीं पाते, जिससे लोग कंफ्यूज होते हैं.
गोड्डा के हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. जेपी भगत ने Local 18 को बताया कि भैंस के दूध को लेकर ये एक भ्रांति है, जो पूरी तरह गलत है. भैंस का दूध किसी भी प्रकार से बच्चों को हानि नहीं पहुंचाता है, बल्कि भैंस का दूध भी गाय के दूध की तरह फायदेमंद होता है. भैंस का दूध गाय के दूध की तुलना में अधिक वसा और प्रोटीन युक्त होता है, जिससे यह थोड़ा गाढ़ा होता है. हालांकि, यह बच्चों के पाचन पर निर्भर करता है. कुछ बच्चों को भैंस का दूध आसानी से पच जाता है, जबकि कुछ को पचाने में कठिनाई हो सकती है.
इस बात की कोई पुष्टि नहीं
डॉक्टर ने आगे बताया कि रही बात दिमाग की सुस्ती या बुद्धि के मोटे होने की बात तो इसकी कहीं भी कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं है. बच्चों के मानसिक विकास के लिए संतुलित आहार, सही शिक्षा और पर्यावरण महत्वपूर्ण होते हैं, न कि सिर्फ दूध का प्रकार. यदि किसी बच्चे को भैंस के दूध से कोई समस्या होती है, तो उस स्थिति में बच्चे को गाय के दूध या अन्य विकल्पों पर विचार किया जा सकता है. हमेशा बच्चे के स्वास्थ्य और पाचन क्षमता के अनुसार खाद्य पदार्थों का चयन करना चाहिए.
Tags: Child Care, Health benefit, Local18
FIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 07:13 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.