Tips to prevent constipation: कॉन्स्टिपेशन या कब्ज तब होता है जब पेट से स्टूल निकलने में दिक्कत होती है और बहुत जोर लगाना पड़ता है. कब्ज में बाओल मूवमेंट धीमा हो जाती है. इसमें स्टूल का कंटेंट बहुत हार्ड या ड्राई हो जाता है. ऐसे में सप्ताह में दो या तीन बार ही स्टूल पास होता है. यह बहुत ही खींझ वाली स्थिति है जिसमें मरीज हमेशा मानसिक रूप से भी परेशान होता है. दुनिया भर के लाखों लोग इससे प्रभावित है. कॉन्स्टिपेशन के लिए कई चीजें जिम्मेदार हो सकती है. इसमें किसी न किसी तरह पानी को कोलोन तेजी से अवशोषित कर लेता है जिसके कारण स्टूल का कंटेंट बहुत हार्ड हो जाता है. शरीर को स्थिर रखने, पानी सही से नहीं पीने, फाइबर सही से नहीं खाने, कुछ बीमारियां, कुछ दवाइयों आदि के कारण कॉन्स्टिपेशन या कब्ज होता है. अगर कॉन्स्टिपेशन का समाधान नहीं निकाला जाय तो इसके खतरनाक संकेत भी सामने आ सकते हैं. इसलिए कुछ डाइट की मदद से आप कब्ज को दूर कर सकते हैं.
कॉन्स्टिपेशन दूर करेंगे ये 5 फूड
1. हरी पत्तीदार सब्जियां–हॉपकिंस मेडिकल के मुताबिक हरी पत्तीदार सब्जियों का नियमित सेवन करने से कब्ज की समस्या का अंत हो सकता है. इसके लिए चुकंदर, ब्रोकली, कैबेज, गाजर, मक्का, ग्रीन बींस, बटरनट, पालक, आलू, एवोकाडो आदि का सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है.
2. ताजे फल-रिपोर्ट के मुताबिक फाइबरयुक्त फलों के सेवन से कब्ज की समस्या का अंत हो सकता है. ताजे फलों में सेबस, खजूर, पपीता, आम, संतरा, नाशपाती, कीवी, स्ट्रॉबेरी, रस्पबेरी, ब्लैकबेरी, किशमिश जैसे फल कॉन्स्टिपेशन में रामबाण साबित हो सकता है.
3. फलेक्स सीड्स-मेडिकलन्यूज टूडे के मुताबिक कब्ज को मिटाने में अलसी के बीज रामबाण साबित हो सकते हैं. अलसी के तेल आंत की गतिविधियों को तेज कर सकता है. इससे बाओल मूवमेंट बढ़ सकता है. बाओल मूवमेंट के कारण स्टूल पास होने में आसानी हो जाती है.
4. फलीदार सब्जियां-फलीदार सब्जियां पेट के लिए बहुत बेहतरीन चीज है. फलीदार सब्जियों में सभी प्रकार की दालें भी आ जाती है. इसके अलावा बींस वाली सब्जियां जैसे कि राजमा, छोले आदि भी आ जाती है. फलीदार सब्जियों में विटामिन बी 6, पोटैशियम, फॉलेट, जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं जो बाओल मूवमेंट को तेज करने में मदद कर सकते हैं.
5. पानी – पानी हमारे शरीर की हर जैविक गतिविधियों में भाग लेता है. कब्ज के लिए सबसे ज्यादा पानी की कमी ही है. अगर पानी कम पिएंगे तो कॉन्स्टिपेशन तो होगा ही, कई और परेशानियां भी सामने आ जाएंगी. इसलिए रोजाना कम से कम 2 लीटर पानी जरूर पीजिए. हालांकि अलग-अलग व्यक्तियों के लिए पानी की अलग-अलग जरूरत है लेकिन अग कॉन्स्टिपेशन है तो आपको पानी ज्यादा पीने की जरूरत है.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 09:33 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें