आशीष त्यागी/बागपत: एलोपैथी या अंग्रेजी दवाओं से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सा के जरिए ही बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज किया जाता था. अंग्रेजी दवाओं के साइड इफेक्ट को देखते हुए बीते कुछ सालों में लोगों को झुकाव एक बार फिर आयुर्वेद की तरफ बढ़ा है. आयुर्वेद में एक से बढ़कर एक औषधियां हैं जिनसे कैंसर से लेकर लीवर से जुड़ी बीमारियों के साथ अन्य बीमारियों को ठीक किया जा सकता है. आज आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर सुनीता सोनम धामा के जरिए हम आपको ऐसी ही एक औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं जो कैंसर से लेकर लीवर तक की बीमारी में उपयोगी है. इसके अलावा भी यह कई अन्य चीजों के लिए उपयोगी है.
आसानी से मिल जाता है दंदासा
जिस औषधि के बारे में और उसके उपयोग और फायदों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं उसका नाम दंदासा है. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर सुनीता सोनल धामा ने बताया कि दंदासा एक ऐसी औषधि है जो आसानी से कहीं भी मिल जाती है. आमतौर पर अधिकतर लोग इसे खर-पतवार मानते हैं और इसमें हेल्थ को फिट रखने वाले कई गुण भरपूर मात्रा में होते हैं. इस औषधि से कैंसर और लीवर की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है.
शरीर की गंदगी निकालने और सांप काटने में है उपयोगी
डॉक्टर सुनीता की मानें तो दंदासा शरीर की गंदगी को बाहर निकालती है और शरीर को स्वस्थ बनाने का काम करती है. यह शीतवीर्य होती है, जिससे यह शरीर पर काफी तेजी से प्रभाव डालती है. अगर किसी को सांप काट लेता है तो इस औषधि का इस्तेमाल करने पर सांप के जहर का शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.
इस औषधि को इस्तेमाल करना भी आसान है लेकिन, इसे चिकित्सक की देखरेख में इस्तेमाल करना चाहिए. इसका इस्तेमाल पानी या दूध के साथ किया जा सकता है. इसका चूर्ण बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं और इसे पानी में उबालकर काढ़ा की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह औषधि कैसे और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करनी है इस बारे में डॉक्टर बीमारी के हिसाब से खुराक तय और अवधि तय करेंगे.
क्या है दंदासा
दंदासा अखरोट के पेड़ का छिलका होता है. इसके यहां जितने फायदे बताए गए हैं उससे भी कहीं अधिक यह उपयोगी है. यह दांतों और मुंह से जुड़ी कई बीमारियों के लिए भी बहुत उपयोगी है. दुकानों पर इसका पाउडर मिलता है और यह छिलका रूप में भी मिलती है.
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FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 18:33 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें