काजल मनोहर/जयपुर ग्रामीण: प्रकृति ने इस दुनिया को हजारों तरह के फल, फूल और वनस्पतियां दी हैं. इन सभी के रंग, स्वाद और सुगंध भी निराले हैं. ऐसा ही एक फल है जामुन, जो दिखने में काला होता है. इसका स्वाद काफी अनोखा और खट्टा-मीठा होता है. जिस तरह प्रकृति के दिए हुए सभी फलों में कुछ न कुछ खास है उसी तरह जामुन की भी अपनी खासियत है. इसका फल और जूस दोनों में कई खूबियां हैं.
आयुर्वेद में जामुन के बीज, छाल और पत्तों का भी प्रयोग होता है. जामुन में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इसकी कई प्रजातियां होती हैं और यह कई गंभीर रोगों में बड़ा लाभकारी होता है. इसके फायदों के बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल से जानते हैं.
बवासीर के दर्द में फायदेमंद
पाइल्स या बवासीर होने पर जामुन के पत्तों के रस में थोड़ी सी शक्कर मिलाकर सेवन से बवासीर का दर्द व खून आना बंद हो जाता है.
लीवर की बीमारी में फायदेमंद
लीवर के सूजन हो जाने पर जामुन की गुठली के रस का सेवन करने पर तुरंत लाभ मिलता है. जामुन का सिरका रोज लेने से लीवर के विकार भी दूर हो जाते हैं.
पथरी के इलाज में जामुन का प्रयोग
किडनी स्टोन होने पर जामुन के सेवन करने से पथरी गल कर बाहर निकल जाती है.
डायबिटीज में जामुन का सेवन
डायबिटीज में जामुन का सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है.जामुन की जड़ को साफ कर पानी में पीस ले और सुबह शाम भोजन से पहले सेवन करने से डायबिटीज ठीक हो जाती है.
दाद दूर करने में जामुन के फायदे
जामुन का प्रयोग त्वचा के विकारों को दूर करने में काफी फायदेमंद होता है. दाद खुजली के लिए जामुन की छाल का प्रयोग किया जाता है.
जामुन का इस्तेमाल कैसे करें
आमतौर पर जामुन का सेवन कभी भी किया जा सकता है लेकिन, इसका अधिक फायदा लेने के लिए रोजाना 10 से 20 एमएल जामुन का रस जरूर पीना चाहिए. इसके अलावा 3 से 5 ग्राम चूर्ण में जामुन के रस को मिलाकर खाया जा सकता है. जामुन का काढ़ा बनाकर पीने से भी कई बीमारियों से बचाव होता है.
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FIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 20:18 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें