29 C
Mumbai
July 4, 2024
Nyaaya News
Image default
Astro

कब है आषाढ़ कालाष्टमी व्रत? काल भैरव की कृपा से नकारात्मक शक्तियां होंगी दूर

इस समय हिंदू कैलेंडर का चौथा माह आषाढ़ चल रहा है. आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी ति​थि को कालाष्टमी व्रत रखा जाएगा. हर माह में एक बार कालाष्टमी व्रत होता है. उस दिन भगवान शिव के अवतार काल भैरव की पूजा की जाती है. काल भैरव तंत्र और मंत्र के देवता माने जाते हैं. उनकी कृपा से तंत्र और मंत्र की सिद्धियां प्राप्त होती हैं. काल भैरव की पूजा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि आषाढ़ की कालाष्टमी कब है? कालाष्टमी व्रत की पूजा का मुहूर्त और शुभ योग क्या है?

किस दिन है आषाढ़ कालाष्टमी व्रत 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, 28 जून दिन शुक्रवार को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर आषाढ़ माह के ​कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी. यह तिथि अगले दिन 29 जून शनिवार को दोपहर 02 बजकर 19 मिनट तक मान्य है. आषाढ़ कालाष्टमी व्रत की पूजा के लिए निशिता मुहूर्त की मान्यता है, इस वजह से आषाढ़ कालाष्टमी का व्रत 28 जून को रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें: 30 जून से शनि चलेंगे उल्टी चाल, 139 दिन इन 6 राशिवालों पर टूटेगा मुसीबतों का पहाड़! जानें दुष्प्रभाव

आषाढ़ कालाष्टमी 2024 मुहूर्त
कालाष्टमी व्रत के दिन काल भैरव की पूजा रात के समय में करनी चाहिए. हालां​कि तंत्र-मंत्र की सिद्धि के लिए निशिता काल में काल भैरव की पूजा करते हैं. कालाष्टमी व्रत की पूजा के लिए निशिता मुहूर्त 29 जून को देर रात 12:05 ए एम से 12:45 ए एम तक है.

3 शुभ योग में है आषाढ़ कालाष्टमी व्रत
आषाढ़ कालाष्टमी व्रत के दिन 3 शुभ योगों रवि योग, सौभाग्य योग और शोभन योग का निर्माण हो रहा है. उस दिन रवि योग प्रात: 05:26 ए एम से सुबह 10:10 ए एम तक है. वहीं सौभाग्य योग प्रात: काल से लेकर रात 09:39 पी एम तक है, उसके बाद से शोभन योग शुरू होगा. उस दिन पूर्व भाद्रपद नक्षत्र प्रात:काल से लेकर 10:10 ए एम तक है, उसके बाद से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र है.

ये भी पढ़ें:कब है आषाढ़ अमावस्या? जानें सही तारीख, स्नान-दान मुहूर्त, पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध का समय

6 मिनट की है भद्रा
आषाढ़ कालाष्टमी के दिन 6 मिनट की भद्रा लग रही है, जिसका वास पृथ्वी लोक पर है. उस दिन भद्रा का प्रारंभ सुबह 05 बजकर 26 मिनट से हो रहा है, जो सुबह 05 बजकर 32 मिनट पर खत्म हो जाएगा.

कालाष्टमी व्रत का महत्व
हर माह​ के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी व्रत रखा जाता है. नारद पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति काल भैरव की पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. काल भैरव के आशीर्वाद से व्यक्ति के कुंडली में ग्रहों का दोष भी दूर हो सकता है.

ये भी पढ़ें: जुलाई में करना है विवाह या गृह प्रवेश, खरीदनी है कोई प्रॉपर्टी या नई गाड़ी? पंडित जी से जानें इस महीने के शुभ मुहूर्त

Tags: Dharma Aastha, Religion

FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 10:59 IST News18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

Related posts

मामूली न समझें लोहे का छल्ला, धारण करने वाला होता है धनी, 5 राशियों के लिए शुभ

nyaayaadmin

बेहद शुभ होता है सावन सोमवार, सौभाग्य से भर जाएगा घर, नोट कर लें तिथि

nyaayaadmin

जुलाई 2024 में किस दिन है कौन सा प्रमुख व्रत-त्योहार? यहां देखें कैलेंडर

nyaayaadmin