October 4, 2024
Nyaaya News
Filter by Categories
Astro
Business
Crime
Earn Money
Editor's Picks
Education and Career
Entrainment
Epaper
Fashion
Fitness
Football
India
International
Life Style
Politics
Sport
Stars
Tech
Travel
Uncategorized
Viral
Image default
Astro

एक साथ पहन रखी है तुलसी और रुद्राक्ष की माला? किस तरह करती हैं जीवन प्रभावित

हाइलाइट्सहिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र और पूजनीय माना गया है.इसे मां लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है.

Tulsi And Rudraksha Mala : हिन्दू धर्म में जितना महत्व तुलसी का है उतना ही रुद्राक्ष का भी है. बहुत से लोग इन दोनों ही माला को एक साथ अपने गले में धारण करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इन दोनों माला पहनने से जीवन में कई सारे फायदे होते हैं लेकिन आपने ऐसा कम ही देखा होगा कि कोई तुलसी और रुद्राक्ष की माला एक साथ पहने हो क्योंकि, कई बार मन में ऐसा प्रश्न भी आता है कि क्या इन दोनों माला को एक साथ पहनना चाहिए या नहीं? भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार हम तुलसी और रुद्राक्ष दोनों की ही माला को एक साथ पहन सकते हैं. आइए जानते हैं इससे होने वाले फायदों के बारे में.

तुलसी और रुद्राक्ष की माला क्यों पहनें एक साथ
जैसा कि आप जानते हैं कि हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र और पूजनीय माना गया है और इसे मां लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है. यही नहीं तुलसी को कृष्ण की प्रिय भी माना जाता है. ऐसे में जब आप तुलसी माला को धारण करते हैं तो आप पर मां लक्ष्मी और कृष्ण दोनों की ही कृपा बरसती है.

यह भी पढ़ें – Krishna Janmashtami 2024: जब आखिरी बार कृष्ण ने बजाई बांसुरी, जानें क्यों तोड़ कर फेंक दी

वहीं रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना गया है. ऐसे में जब आप रुद्राक्ष की माला धारण करते हैं तो आपको भगवान शिव की कृपा मिलती है. ऐसा कहा जाता है कि, रुद्राक्ष की माला पहनने से मानसिक शान्ति मिलती है. साथ ही यह आपके शरीर में सकरात्मक ऊर्जा बनाए रखता है. हालांकि, इन दोनों ही माला को पहनने के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है.

यह भी पढ़ें – Krishna Janmashtami 2024: मेष से मीन तक, जन्माष्टमी पर राशि अनुसार करें कान्हा का श्रृंगार, इस विधि से होगी पूजा

पंडित जी का कहना
पंडित जी कहते हैं कि, देवों के देव महादेव का एक रूप हरिहर के नाम से जाना जाता है. इस रूप में भगवान श्रीहरि यानी कि विष्णु और शिव दोनों ही विराजमान होते हैं. यह एक ऐसा रूप है जिसमें आपको दोनों देवों के दर्शन एक साथ होते हैं और इसलिए इसी रूप के आधार पर आप भगवान विष्णु की प्रिय तुलसी और शिव के प्रतीक रुद्राक्ष की माला को एक साथ पहन सकते हैं.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion

FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 12:48 IST News18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें

Related posts

अगर आपने नहीं किए सभी 16 संस्कार तो नहीं होगा मोक्ष, जीवन में आ सकती कठिनाइयां

nyaayaadmin

धनुवालों को करियर में मिलेंगे अवसर, जानें नवरात्रि पहले दिन 12 राशियों का हाल

nyaayaadmin

आज आसमान में नज़र आएगा रिंग ऑफ फायर, सूर्य ग्रहण का कुछ ऐसा होगा नजारा

nyaayaadmin