Javed Akhtar On Crime Against Women: जावेद अख्तर और उनके साथी रहे सलीम खान दोनों ने कम उम्र में ही अपनी मां को खो दिया, जिसका उनके लेखन पर प्रभाव पड़ा. उनकी फिल्में इस बात का उदाहरण हैं. ‘दीवार’, ‘त्रिशूल’ और ‘शक्ति’ सहित उनकी कई फिल्मों में सशक्त मां की छवियां प्रदर्शित हुईं. लेकिन उन्हें अब लगता है कि मां का अत्यधिक महिमामंडन करने वाला समाज महिलाओं के प्रति खराब व्यवहार का संकेत देता है.