गुमला. गुड़ मिठाई की श्रेणी में आती है. जिसका प्रयोग हमलोग ज्यादातर जैसे पुआ ठेकुवा पकवान आदि बनाने में करते हैं. तो बहुत सारे लोग चाय में भी इसका प्रयोग करते हैं. लेकिन बता दें कि यह केवल मिठाई नहीं बल्कि एक औषधि है. गुड़ में भरपूर मात्रा में विटामिन, आयरन, कैल्शियम, एंटिऑक्सीडेंट्स, जिंक, मिनरल्स आदि पाए जाते हैं. जो कई बिमारियों के लिए रामबाण है. इसलिए हमें चीनी के जगह गुड़ का प्रयोग करना चाहिए.
जानिए गुड़ के सेवन से फायदा
गुड़ के सेवन से स्किन सॉफ्ट, हेल्दी, हाइड्रेट और ग्लोइंग बनती है. इससे चेहरे पर झुर्रिया भी नहीं पड़ती और यह पिंपल्स होने से भी रोकता है. कहते हैं कि मीठा खाने से कैलोरी बढ़ती है. जिससे हमारा वजन भी बढ़ने लगता है, लेकिन गुड़ वजन को कंट्रोल करने में मदद करती है. गुड़ से पाचन तंत्र दुरूस्त बनाता है और कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होती है. गुड़ शरीर से अपशिष्ट पदार्थो को निकाल कर बाहर करता है.
लिवर से लेकर हड्डियों तक में फायदेमंद
यदि कोई एल्कोहल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो लिवर की सफाई के लिए गुड़ बेस्ट है. गुड़ में कैल्शियम पाया जाता है, जो हडि्डयों को मजबूत करता है साथ ही हडि्डयों से जुड़ी समस्याओं और जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाती है. गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जिस कारण गले और फेफड़ों के इंफेक्शन से बचाता है. साथ ही सांस लेने में होने वाली दिक्कत को भी दूर करता है. व इम्यूनिटी व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. व हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है. साथ ही गुड़ खून को प्योरिफाई करता है, गुड़ खाने से ब्लड हीमोग्लोबिन बढ़ता है. खून संबंधी कई बिमारियों से बचाता है.
गुड़ अपने आप में है औषधि
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि गुड अपने आप में एक औषधि है. गुड़ के सेवन से शरीर को बहुत सारे फायदे होते हैं. गुड़ में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. गुड़ में आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम आदि पाए जाते हैं. गुड़ से शरीर में आयरन का डिकोशन बहुत अच्छा होता है. गुड़ की एक सबसे बड़ी खासियत है कि कफ का निवारण करता है. कफ को हटाने के लिए भी हमलोग गुड का प्रयोग करते हैं. गुड़ पुरानी और नई दोनों प्रकार की मिलती है. जो नई गुड़ होती है, ताजी बनी हुई होती है. वो शरीर को पुष्ट करने के लिए बहुत अच्छी है.
जो पुरानी गुड़ होती है, वह शरीर को पुष्ट करने के साथ-साथ, मिनरल्स को बॉडी में बहुत ही फास्टली एब्जॉर्ब करने में मदद करती है. इसलिए नई गुड़ की तुलना में पुराना गुड़ का प्रयोग हमलोग करते हैं. पुराना गुड़ कफ के निसरण यानि को कफ के विकार को दूर करने के लिए बहुत अच्छा है. मान लीजिए किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा कफ बनता है. ऐसे व्यक्ति को पुराने गुड़ का कम से कम 30 से 40 ग्राम रोजाना सेवन कराया जाए तो उसके शरीर में कफ बनना बंद हो जाएगा और पहले से शरीर में जो कफ जमा है. वह पिघल करके निकल जाएगा.
रोजाना इतना करें सेवन
गुड़ बहुत ही अधिक पौष्टिक है इसमें बहुत सारे मिनरल्स पाए जाते हैं. गुड सेहत का खजाना है. जो एक मल्टीविटामिन के रूप में काम करता है. बहुत सारे मिनरल गुड़ से नेचुरल रूप में प्राप्त होती है. इसलिए रोजाना भोजन के उपरांत थोड़े से गुड़ ( 30 से 40 ग्राम) खाने की आदत डाल लें. तो इससे डाइजेशन भी बहुत अच्छा रहेगा और एनर्जी भी बहुत अच्छा मिलेगी. इसलिए गुड़ का नित्य सेवन करना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 12:03 ISTNews18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.