Sankashti Chaturthi 2024: आज आषाढ़ की संकष्टी चतुर्थी है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है. कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत रखकर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. हर माह में एक संकष्टी चतुर्थी का व्रत होता है. उस दिन गणेश जी के साथ चंद्रमा की पूजा का भी विधान है. इसके बिना यह व्रत अधूरा ही रहता है. वैसे भी संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय काफी देर से होता है, इस वजह से व्रती के चंद्रमा के उदित होने की बहुत प्रतीक्षा होती है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश पूजा का मुहूर्त क्या है? चंद्र अर्घ्य का समय और चतुर्थी व्रत का महत्व क्या है?
किस दिन है संकष्टी चतुर्थी 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 25 जून मंगलवार के दिन 01:23 ए एम से शुरू हो जाएगी. यह तिथि 25 जून को ही रात 11:10 पी एम पर खत्म होगी. उदयातिथि के आधार पर आषाढ़ की संकष्टी चतुर्थी व्रत आज 25 जून को है.
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संकष्टी चतुर्थी 2024 मुहूर्त
संकष्टी चतुर्थी वाले दिन सुबह से लेकर दोपहर 02:32 बजे तक श्रवण नक्षत्र है. उस दिन ब्रह्म मुहूर्त 04:05 ए एम से 04:45 ए एम तक और अभिजीत मुहूर्त 11:56 ए एम से दोपहर 12:52 पी एम तक है.
संकष्टी चतुर्थी के दिन चर-सामान्य मुहूर्त 08:54 ए एम से 10:39 ए एम तक, लाभ-उन्नति मुहूर्त 10:39 ए एम से 12:24 पी एम तक और अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 12:24 पी एम से 02:09 पी एम तक है.
संकष्टी चतुर्थी 2024 चंद्र अर्घ्य समय
25 जून को जो लोग संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखेंगे, वे रात में 10:27 पी एम के बाद ही चंद्रमा को अर्घ्य दे सकते हैं. उस रात चंद्रोदय 10:27 पी एम पर होगा. संकष्टी चतुर्थी का व्रत चंद्र अर्घ्य के बिना पूरा ही नहीं होगा क्योंकि गणेश जी से चंद्र देव को आशीर्वाद मिला है.
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संकष्टी चतुर्थी व्रत का महत्व
संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकटों का नाश करने वाली चतुर्थी. जो भी सच्चे मन से व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा विधि विधान से करता है. गणेश जी उसके संकटों को दूर करते हैं, जीवन में शुभता प्रदान करते हैं, कार्य में सफलता मिलती है. गणेश जी विघ्नहर्ता हैं, वे अपने भक्तों को किसी संकट में नहीं छोड़ते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 06:37 IST News18 India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें